Lucknow:अपराध नियंत्रण में अन्य राज्यों से बेहतर है यूपी:महेंद्र सिंह

Lucknow: प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ने बुधवार को मीडिया से कहा कि एनसीआरबी के 2017 के आंकड़ों में उत्तर प्रदेश की स्थिति अपराध नियंत्रण में अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की तुलना में काफी बेहतर है। महेंद्र सिंह ने लखनऊ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, "अपराध दर प्रदेश की प्रति लाख जनसंख्या के आधार पर निकाली जाती है। जिस प्रदेश में जनसंख्या अधिक होगी, वहां अपराध की संख्या भी अधिक होगी। जाहिर है कि क्राइम रेट ही अपराधों की सही स्थिति समझने के लिए वास्तविक संकेतक है। लेकिन उप्र की स्थिति अपराध नियंत्रण में अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की तुलना में काफी अच्छी है।"


उन्होंने कहा, "आंकड़ों पर गौर करें तो लूट के मामलों में उत्तर प्रदेश 16वें स्थान पर (क्राइम रेट 1.8), हत्या के मामलों में 22वें स्थान पर (क्राइम रेट 1.9), नकबजनी के मामलों में 31वें स्थान पर (क्राइम रेट 4.2), दुष्कर्म के मामलों में 22वें स्थान पर (क्राइम रेट 4.0) हैं। ऐसे में कुल आपराधिक मामलों में उत्तर प्रदेश का 24वां स्थान है। यह रैंकिंग बाकी प्रदेशों की तुलना में काफी बेहतर है।"


उन्होंने कहा, "एनसीआरबी द्वारा प्रकाशित क्राइम इन इंडिया-2017 के अनुसार देश में कुल 30,62,579 आई.पी.सी. के अपराध पंजीकृत हुए, जिनमें से 3,10,084 आई.पी.सी. के अपराध उत्तर प्रदेश में घटित हुए, जो कि देश में ऐसे पंजीकृत अपराधों का 10.1 प्रतिशत है। जबकि जनसंख्या के आधार पर उत्तर प्रदेश की आबादी देश की आबादी का 17.65 प्रतिशत है। उक्त रिपोर्ट के आधार पर कुल अपराधों की ²ष्टि से उत्तर प्रदेश में विभिन्न शीर्षक के अन्तर्गत अपराधों का अधिक होना या बढ़ा हुआ बताया जा रहा है, जो गलत है।"


 


महेंद्र सिंह ने कहा कि, "एनसीआरबी द्वारा प्रकाशित क्राइम इन इंडिया-2017 के अनुसार देश में कुल 30,62,579 आई.पी.सी. के अपराध पंजीकृत हुए, जिनमें से 3,10,084 आई.पी.सी. के अपराध उत्तर प्रदेश में घटित हुए, जो कि देश में ऐसे पंजीकृत अपराधों का 10.1 प्रतिशत है। जबकि जनसंख्या के आधार पर उत्तर प्रदेश की आबादी देश की आबादी का 17.65 प्रतिशत है। उक्त रिपोर्ट के आधार पर कुल अपराधों की ²ष्टि से उत्तर प्रदेश में विभिन्न शीर्षक के अन्तर्गत अपराधों का अधिक होना या बढ़ा हुआ बताया जा रहा है, जो गलत है।"


 


उन्होंने कहा, "आंकड़ों पर गौर करें तो लूट के मामलों में उत्तर प्रदेश 16वें स्थान पर (क्राइम रेट 1.8), हत्या के मामलों में 22वें स्थान पर (क्राइम रेट 1.9), नकबजनी के मामलों में 31वें स्थान पर (क्राइम रेट 4.2), दुष्कर्म के मामलों में 22वें स्थान पर (क्राइम रेट 4.0) हैं। ऐसे में कुल आपराधिक मामलों में उत्तर प्रदेश का 24वां स्थान है। यह रैंकिंग बाकी प्रदेशों की तुलना में काफी बेहतर है।"


महेंद्र सिंह ने कहा कि, "एनसीआरबी द्वारा प्रकाशित क्राइम इन इंडिया-2017 के अनुसार देश में कुल 30,62,579 आई.पी.सी. के अपराध पंजीकृत हुए, जिनमें से 3,10,084 आई.पी.सी. के अपराध उत्तर प्रदेश में घटित हुए, जो कि देश में ऐसे पंजीकृत अपराधों का 10.1 प्रतिशत है। जबकि जनसंख्या के आधार पर उत्तर प्रदेश की आबादी देश की आबादी का 17.65 प्रतिशत है। उक्त रिपोर्ट के आधार पर कुल अपराधों की ²ष्टि से उत्तर प्रदेश में विभिन्न शीर्षक के अन्तर्गत अपराधों का अधिक होना या बढ़ा हुआ बताया जा रहा है, जो गलत है।"